Indira Gandhi Emergency: 25 जून 1975 देश के इतिहास का वो काला दिन जो कभी नहीं भुलाया जा सकता। आज से ठीक 48 साल पहले देश पर एमरजेंसी थोपी गयी थी। 25 जून की रात से ही देश के बड़े बड़े नेताओं की गिरफ़्तारी का दौर शुरू हो गया था ,जय प्रकाश नारायण , अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेता भी सलाखों के पीछे थे। आखिर ऐसी क्या वजह थी जो देश को ऐसी परिस्थति में धकेल दिया गया
लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के पश्चात इंदिरा गाँधी देश की प्रधानमंत्री बनी लेकिन इंदिरा गाँधी का देश की न्यायपालिका के साथ कुछ कारणो से टकराव शुरू हो गया था। यही टकराव एमरजेन्सी का आधार बना।
हुआ यूँ कि 1971 में इंदिरा गाँधी ने बहुत बड़े अंतर से विपक्ष को हराकर सरकार बनाई थी लेकिन सयुंक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार राजनारायण जी ने अदालत में याचिका दायर करते हुए इंदिरा गाँधी पर आरोप लगाया कि इंदिरा गाँधी ने चुनाव जीतने के लिए गलत तरीको का इस्तेमाल किया है, अदालत में मामले कि सुनवाई हुई और इंदिरा गाँधी का चुनाव रद्द कर दिया गया। अदालत के फैसले से आक्रोशित होकर इंदिरा गाँधी ने देश में आपातकाल लगाने का फैसला लिया।